
टिहरी। सस्ते आईफोन बेचने के नाम पर लाखों रूपये की ठगी करने के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
मिली जानकारी के अनुसार साईबर सैल टिहरी गढवाल को गृह मंत्रालय द्वारा पैन इंडिया लेवल पर संचालित प्रतिबिम्ब पोर्टल के अवलोकन से ज्ञात हुआ कि कुछ संदिग्ध मोबाइल नम्बर जो कि तपोवन मुनि की रेती क्षेत्र में एक्टिव है जिनके द्वारा बडे लेवल पर साइबर ठगी की जा रही है व देश के विभिन्न राज्यों में 36 से ज्यादा राज्यों में शिकायते दर्ज हैं जिनमें अबतक करोडों रुपये की ठगी की गयी है। सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी गढवाल ने प्रभारी साईबर सेल व प्रभारी निरीक्षक मुनि कि रेती के नेतृत्व में टीम गठित की गयी गठित टीम द्वारा स्थानीय स्तर पर सूचना संकलन किया गया तो संदिग्ध मोबाइल नम्बरो व साइबर ठगों द्वारा घुगतानी अपर तपोवन क्षेत्र में ग्रीन गंगा अपार्टमेंट में दूसरे तल पर स्थित फ्लैट न। बी 3 में अपनी पहचान छिपा कर रहना व साइबर ठगी करने की पुष्टि हुयी। जिस पर पुलिस टीम द्वारा ग्रीन गंगा अपार्टमेंट में दूसरे तल पर स्थित फ्लैट न0 बी 3 में छापा मारा गया तो कुल तीन व्यक्तियो द्वारा उक्त फ्लैट से अवैध रुप से काल सेन्टर संचालित किया जा रहा था व पैन इंडिया लेवल पर विभिन्न लोगों को सस्ते दामों पर आईफोन खरीदने का लालच देकर मोटी रकम धोखाधडी से प्राप्त की जा रही थी जिस पर मौके से तीन (साइबर ठगों) को गिरफ्तार किया गया। मौके से ही कुल 09 मोबाइल फोन एक लेपटाप विभिन्न बैंको के पासबुक एटीएम कार्ड व प्रीएक्टिवेटेड सिम बरामद हुये। जिस पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पूछताछ में उनके द्वारा बताया गया कि ग्राहको को भ्रमित करने के लिये उनके द्वारा कस्टम से बरामद मोबाइल फोन सस्ते दामो पर बेचने का लालच दिया जाता था। अलग अलग लोगों सी की गयी ठगी में उनके द्वारा एक व्यक्ति को आइफोन बेचने के नाम पर 13 लाख रुपये की ठगी की गयी। उनके द्वारा आईफोन बेचने के नाम पर 28 लाख रुपये की धोखाधडी की गयी थी। आरोपियों ने इन्साटाग्राम व फेसबुक पर फेक एकाउन्ट बनाकर एप्पल कम्पनी के मोबाइल फोनों को सस्ते दामों में बेचने का विज्ञापन प्रकाशित किया जाता है व लालच देकर लोगों को गुमराह करते हैं व विश्वास में लेकर एडवांस मनी के नाम पर पैसे मंगा कर ठगी करते हैं। आरोपी शातिर प्रवृत्ति के अपराधी है इसलिए ठगी करने के लिए अपने खातों का प्रयोग नहीं करते हैं। पैसे के लेन देन के लिए बेटिंग साइट में अपनी अलग अलग आईडियां बनाकर ठगी का पैसा उन्हीं आईडी एकाउन्ट में ट्रांसफर करवाते हैं व उस पैसे को बाद में अपने अलग अलग बैंक खातो में विड्रोल करवाकर कैश पेसा निकाल लेते हैं। पूछताछ में उन्होंन अपने नाम अवि तनेजा उर्फ अर्जुन पुत्र देवेन्द्र कुमार निवासी जय सिटी जगाधरी यमुनानगर हरियाणा, नितीश सिंह पुत्र राकेश कुमार निवासी लेबर कालोनी सर्किट हाउस के पीछे सहारनपुर, विजय पुत्र सतवी सिंह निवासी शान्ति कालोनी प्यारा चौक के पास यमुनानगर हरियाणा बताया। उन्होंने अपने फरार साथियों के नाम अमन चौहान व राजपूत पुत्र नवीन चौहान निवासी हरिद्वार, अनिरुद्ध गोस्वामी निवासी यमुनानगर हरियाणा, संदीप पुत्र मंगुराम निवासी शाहबाद कुरुक्षेत्र हरियाणा बताया।