बाबा केदार की नगरी ने ओढ़ी बर्फ की चादर

रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड में मौसम ने फिर से करवट बदली है। मैदानी इलाकों के कइे क्षेत्रों में बादल और धूप आंख मिचौली खेल रहे हैं तो पर्वतीय इलाकों में बारिश और बर्फबारी ने ठंड का एहसास बढ़ा दिया है। मौसम विभाग ने भी कुछ जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने और झोंकेदार हवाएं चलने की भी संभावना जताई है। वहीं उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पिछले तीन दिन से बर्फबारी हो रही है। इससे हिमालय की चोटियों ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है।
रुद्रप्रयाग जिला में स्थित विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम में तीसरे दिन भी बर्फबारी और बारिश हो रही है। धाम में के चारों ओर बर्फ जम गई है। साथ ही मौसम बेहद ठंडा हो गया है। लगातार बर्फबारी होने और मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर सेवाओं को भी उड़ाने भरने में दिक्कतें हो रही हैं। हालांकि बर्फबारी के बीच भी यात्री दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं।
केदारनाथ धाम में बीते सोमवार से ही मौसम खराब है और लगातार बर्फबारी हो रही है। बर्फबारी के कारण धाम में अत्यधिक ठंड पड़ना शुरू हो गया है। हालांकि बर्फबारी के बावजूद भारी संख्या में भक्त दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। धाम पहुंच रहे भक्त भी बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं। भैयादूज के पर्व पर 23 अक्टूबर को बाबा केदार के कपाट बंद होने हैं। कपाट बंद होने से पहले ही बर्फबारी पड़ने से धाम पहुंच रहे भक्तों में उत्साह बना हुआ है। हालांकि अब धाम में मौसम ठंडा ही रहेगा। केदारनाथ धाम का आंकड़ा 16 लाख 50 हजार पहुंच गया है।
बदरी केदार मंदिर समिति के सदस्य विनीत पोस्ती ने बताया कि केदारनाथ धाम में बीते तीन दिनों से बर्फबारी के साथ बारिश जारी है लगातार हो रही बर्फबारी के कारण ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। उन्होंने तीर्थ यात्रियों से अपील की कि धाम आ रहे बाबा के भक्त अपने साथ गर्म कपड़े, जूते भी साथ लेकर आएं। साथ ही जरूरी दवाई भी साथ रखें। वहीं दूसरी ओर निचले क्षेत्रों में भी लगातार बारिश से ठंड ने दस्तक दे दी है। मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार को देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने, 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चलने और बारिश के तीव्र होने की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।