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वन दरोगा की भर्ती को निरस्त करने के विरोध में वन मंत्री ने मिला प्रतिनिधिमंडल

देहरादून। वन मंत्री सुबोध उनियाल के कार्यालय पर कांग्रेस नेता व सामाजिक कार्यकर्ता अभिनव थापर के नेतृत्व में वन दरोगा भर्ती को निरस्त करने को लिए एक प्रतिनिधिमंडल मिला। प्रतिनिति मंडल ने वन मंत्री के सामने अपना पक्ष रखा। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया और कहा कि इस पर वह मुख्यमंत्री से इस संबंध में वार्ता करेंगे और न्याय संगत जो भी निर्णय होगा उसे छात्रहित में लिया जाएगा। वन मंत्री ने यह भी कहा है की हताश होने की जरूरत नही है जो होगा छात्रों के भविष्य के लिए अच्छा ही होगा। अभिनव थापर ने कहा कि मेरिट में आए अभ्यार्थियों के साथ न्याय होना चाहिए। यूकेएसएसएससी ने भर्ती इसको एकतरफा निरस्त कर दिया इस पर पुर्नविचार होनी चाहिए।
वन दरोगा की भर्ती 2019 में शुरू हुई थी और शुरू होने के बाद इनकी परीक्षा हुई जिसमें 52 हजार बच्चों ने परीक्षा दी उसके बाद इनकी मेरिट लिस्ट आई और उसके बाद ये सब फाइनल होने के बाद इनकी 316 लोगो की भर्ती कैंसल हो गई। इसी प्रोसेस में लगभग 3 साल गए जबकि सुप्रीम कोर्ट में भी यह एक नियम है पृथिकरण करके भर्ती की जा सकती है। अभिनव थापर के नेतृत्व में वन मंत्री सुबोध उनियाल को मिलने वाले वन दरोगा भर्ती प्रकरण के प्रतिनिधी मंडल में मनोज शर्मा, अभिषेक सजवान, गौरव भट्ट, कुणाल किशोर, इप्सा भट्ट, प्रतिभा मैखुरी, परिसी थपलियाल, वर्णिका नौटियाल, योगेश सती, संजय सिंह रावत आदि अभ्यर्थी शामिल रहे।

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