पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना पहुंचे कैंची धाम, लिया बाबा नीम करौली का आशीर्वाद
नैनीताल। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्टार बल्लेबाज सुरेश रैना ने नैनीताल स्थित बाबा नीम करौली महाराज के दर पर माथा टेका और बाबा का आशीर्वाद लिया। इस दौरान क्रिकेटर को देखने के लिए वहां भारी संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी और लोग उनसे मिलने के लिए उत्सुक नजर आए।
नैनीताल में स्थित बाबा नीम करौली का कैंची धाम लोगों की आस्था का केंद्र बनता जा रहा है। बाबा के दर पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ा रहा है। कई नामी हस्तियां और खिलाड़ी अब तक बाबा का आशीर्वाद ले चुके हैं। क्रिकेटर विराट कोहली हो या फिर फिल्मी जगत से जुड़े सितारे कई नामी हस्तियां बाबा नीम करौली के दर्शन कर चुके हैं।
आज भारत और चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व बल्लेबाज सुरेश रैना कैंची धाम पहुंचे। जहां उन्होंने बाबा नीम करौली के दर्शन कर बाबा का आशीर्वाद लिया। 15 अगस्त 2020 को सुरेश रैना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। सुरेश रैना ने पूर्व कप्तान एमएस धोनी के संन्यास की घोषणा के चंद मिनटों बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेकर क्रिकेट जगत को चौंका दिया था।
इसके साथ ही उन्होंने 6 सितंबर 2022 को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया था। उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 18 टेस्ट, 226 वनडे और 78 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले। टेस्ट मैच की 31 पारियों में उन्होंने 26.48 की औसत और 768 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 1 शतक और 7 अर्धशतक लगाए। इसके अलावा वनडे की 194 पारियों में रैना ने 35।31 की औसत से 5615 रन बनाए, जिसमें 5 शतक और 36 अर्धशतक शामिल रहे।
कैंची धाम ट्रस्ट के प्रबंधक प्रदीप साह (भय्यू दा) ने बताया कि अचानक सुरेश रैना महाराज के दर्शन के लिए सुबह सुबह कैंची धाम पहुंचे। उन्होंने मास्क पहना हुआ था जिस वजह से लोग उन्हें पहचान नहीं पाए। मंदिर में आकर उन्होंने महाराज के दर्शन किए। जिसके बाद उन्होंने कैंची धाम के ऑफिस में जाकर भैय्यू दा से मुलाकात की और महाराज के बारे में जानकारी ली।
भैय्यू दा ने उन्हें महाराज की तस्वीर और कैंची धाम का प्रसाद भेंट किया। भैय्यू दा ने बताया कि सुरेश रैना की कई सालों से बाबा के दर्शन करने की क्या इच्छा थी। आज बाबा ने उन्हें अपने धाम बुला लिया। जल्द वो अपने परिवार के साथ बाबा के दर्शन करने आएंगे। उन्होंने बताया कि उन्हें यहां आकर काफी अच्छा लगा और मन को शांति का अनुभव प्राप्त हुआ। उनकी और उनके परिवार की बाबा के प्रति काफी आस्था है।