देहरादून। भाजपा ने सभी त्रिस्तरीय पंचायतों में प्रशासक बैठाने के सरकार के निर्णय का स्वागत किया है। पार्टी ने इसे ग्रामीण क्षेत्रों मे विकास कार्यों के लिए बेहतर कदम बताया। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इसे ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित विकास और जनकल्याणकारी कार्यों के लिए ऐसा करना जरूरी है। वहीं विपक्षी बयानों पर पलटवार कर कहा, उन्हें जनहित से कोई वास्ता नहीं सिवाय इस मुद्दे के राजनीतीकरण के।
उन्होंने जनप्रतिनिधियों एवं जनभावना के अनुसार प्रधान, ब्लॉक प्रमुख को प्रशासक बनाए जाने के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी का आभार व्यक्त किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में विकास और जनकल्याणकारी योजनाओं को सुचारू रखना सरकार की प्राथमिकता है। हमारा रुख इस निर्णय पर पूरी तरह स्पष्ट है कि पंचायतों कार्यकाल समाप्ति से आम लोगों को किसी भी तरह की दिक्कत न हो। जनता से जुड़े सभी सेवा क्षेत्रों में जनसुविधा कार्यों को लेकर, कोई व्यवहारिक या प्रशासनिक समस्या नहीं आनी चाहिए। चूंकि स्थानीय जनप्रतिनिधि भी इसके पक्ष में थे, लिहाजा उत्तराखंड पंचायती राज एक्ट के तहत यह व्यवस्था की गई है।
उन्होंने इस निर्णय को लेकर विपक्ष के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए तंज किया कि उन्हें पंचायत और निकायों दोनों को लेकर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। पहले यही कह रह थे, प्रधानों को क्यों छोड़ दिया प्रशासक बनाने से और अब इस पर भी आपत्ति जता रहे है। पहले जिला पंचायत अध्यक्ष को प्रशासक बनाने को लेकर भी इनके नेता विरोध की राजनीति करते रहे और अब निकायों में भी प्रशासक बनने की बात कर रहे हैं। दरअसल कांग्रेस को जनता के हित से कोई वास्ता नहीं है और न ही उन्हें निकाय चुनावों में जीत की उम्मीद है। यही वजह है कि कल तक निकाय चुनावों में देरी का रोना रोने वाले कांग्रेसी, अब निकायों में भी प्रशासक बैठाने की बात कर रहे हैं। उन्होंने आइना दिखाते हुए कहा कि कांग्रेस हतोत्साहित और भ्रमित है। वह जनता को भी भ्रमित करना चाहती है। लेकिन प्रदेश की जनता को भरोसा है कि प्रशासक या जनप्रतिनिधि कोई भी रहे, विकास के कामों को किसी भी कीमत पर नहीं अवरुद्ध होने दिया जाएगा।v