उत्तराखंड

खराब मौसम के चलते पीएम मोदी का आपदा गस्त क्षेत्रों का दौरा रद्द

देहरादून। पीएम नरेन्द्र मोदी को गुरूवार को उत्तराखंड के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करना था। इसके लिए पीएम मोदी देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। इसी बीच मौसम खराब हो गया। जिसके कारण पीएम मोदी का आपदाग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण रद्द करना पड़ा। पीएम मोदी को उत्तरकाशी, चमोली, टिहरी और पौड़ी का हवाई निरीक्षण करना था। अभी फिलहाल पीएम मोदी जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर हैं। यहां वे सीएम धामी से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में हुये नुकसान की जानकारी ले रहे हैं। पीएम मोदी शाम साढ़े पांच बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट के स्टेट गेस्ट हाउस में आपदा प्रभावित क्षेत्र के लोगों से भी मुलाकात करेंगे।
बता दें कि इस साल उत्तराखंड के अनेक जिलों में आपदा आई है। सबसे पहले 5 अगस्त को उत्तरकाशी जिले के धराली में खीरगंगा गाड़ से आपदा आई थी। खीरगंगा में आई बाढ़ अपने साथ बड़े-बड़े बोल्डर, पेड़ और मलबा लाई थी। मलबे और बाढ़ ने धराली गांव और आसपास के इलाकों को तहस-नहस कर दिया था। मलबे के नीचे धराली बाजार के सभी होटल, दुकानें और घर दब गए थे। ये कहें कि धराली बाजार पूरी तरह नष्ट हो गया तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। अभी भी बड़ी संख्या में लापता हुए लोगों का पता नहीं चला है।
6 अगस्त को पौड़ी गढ़वाल जिले में आपदा आई थी। पौड़ी तहसील के ग्राम सैंजी, पट्टी बाली कण्डारस्यूं और ग्राम रैदुल, पट्टी पैडुलस्यूं में भारी बारिश से भूस्खलन हुआ था। इस प्राकृतिक आपदा में कई आवासीय भवन नष्ट हो गए थे। कृषि भूमि को भी भारी नुकसान हुआ था। पौड़ी आपदा में भी कई लोग लापता हुए थे, जिनका अभी तक पता नहीं चल सका है।
इसके बाद 23 अगस्त को चमोली जिले के थराली में प्राकृतिक आपदा आई थी। थराली के कोटड़ीप, राड़ीबगड़, अपर बजार, कुलसारी, चेपडो, सगवाड़ा समेत अन्य हिस्सों में अतिवृष्टि और लैंडस्लाइड से काफी नुकसान हुआ था। भारी बारिश और लैंडस्लाइड के कारण एक युवती की मौत हो गई थी। एक व्यक्ति लापता हो गया था। कई दिन तक थराली में रेस्क्यू ऑपरेशन चला था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद थराली पहुंचे थे।
बता दें उत्तराखंड में बारिश और आपदा के कारण राज्य को काफी आर्थिक नुकसान हुआ है। जिसे देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने ने केंद्र से 5702 करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की मांग की है। इसके लिए गृह मंत्रालय को मेमोरेंडम भी सौंपा गया है। जिसमें प्रदेश के आर्थिक नुकसान की पूरी रिपोर्ट है। केंद्र सरकार की एक टीम भी नुकसान का जायजा लेकर वापस लौट चुकी है। अब पीएम मोदी आपदाग्रस्त इलाकों के बारे में जानकारी ले रहे हैं। जिसके बाद राज्य को बड़ी आर्थिक सहायता की उम्मीद है।

उत्तराखण्ड में आपदा में नुकसान का आंकड़ा

लोक निर्माण विभाग और सार्वजनिक सड़कों को 1163.84 करोड़
सिंचाई विभाग की परिसम्पत्तियों को लगभग 266.65 करोड़
ऊर्जा विभाग को 123.17 करोड़
स्वास्थ्य विभाग की परिसम्पत्तियों को 4.57 करोड़
विद्यालयी शिक्षा विभाग की परिसम्पत्तियों को 68.28 करोड़
उच्च शिक्षा विभाग की परिसम्पत्तियों को 9.04 करोड़
मत्स्य विभाग को 2.55 करोड़
ग्राम्य विकास विभाग को 65.50 करोड़
शहरी विकास को 04 करोड़
पशुपालन विभाग को 23.06 करोड़
अन्य विभागीय परिसम्पत्तियों को 213.46 करोड़ का नुकसान

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